नई दिल्ली, 30 अप्रैल (दिल्ली एम्स में उपचार करा रही सात वर्षीय ब्रेन डेड लड़की के माता-पिता उसके
अंग दान करने के लिए राजी हो गए हैं।

अंग प्रत्यारोपण में यह सात वर्षीय बच्ची कम से कम 6 लोगों को नया
जीवन देने जा रही है। बेटी के अंग प्रत्यारोपण को लेकर उसके माता पिता बेहद खुश हैं।

बच्ची का उपचार करने
वाले डॉक्टरों के मुताबिक, शुक्रवार को उसके लीवर, किडनी और कॉर्निया और हार्ट वॉल्व की जांच हुई थी।

एम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ दीपक गुप्ता ने जानकारी दी है

कि नोएडा के रहने वाले एक शख्स (पेशे
से दर्जी) के छह बच्चों में से एक लड़की को सिर में चोट लगने की वजह से बुधवार रात 11.30 बजे एम्स के ट्रॉमा
सेंटर लाया गया।

सीटी स्कैन से पता चला कि उसके सिर के दाहिने हिस्से में एक गोली लगी थी, मगर माता-पिता
को मालूम नहीं था कि उसे गोली लगी है।

डॉक्टरों की बातें सुनकर उसके माता-पिता घबरा गए। उन्होंने बताया कि
उन्होंने कुछ शोर तो सुना था, किन्तु यह विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि बेटी को गोली लगी है।

उन्हें गोली लगने
के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी।

बच्ची के पिता हरनारायण प्रजापति के अनुसार, बच्ची अपने दो भाई-बहनों के साथ बाहर एक खाट पर थी और
हम घर के अंदर थे। अचानक जोर की आवाज आई

और उसने अपनी मां को बुलाया। हम बाहर निकले और देखा
कि बच्ची का काफी खून बह रहा है।

हमें नहीं पता था कि क्या हुआ है। हमने कभी ऐसा नहीं सोचा कि, उसे गोली
मारी गई है, क्योंकि हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है।

हम उसे डॉक्टरों के पास ले गए। जहां से डॉक्टरों ने उसे एम्स
ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। डॉक्टरों ने हमें बताया कि उसे गोली मारी गई थी।

हमें नहीं पता कि क्या हुआ और
क्यों। उन्होंने कहा कि, हमने पुलिस में गोली मारने की शिकयत कर दी है,

अब वो जांच कर रहे हैं।