नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक 169 लोगों की मौत हो चुकी है और 5800 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. दिल्ली में कोरोना संक्रमितों में ज्यादातर मामले निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हुए हैं. इच बीच दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने केजरीवाल सरकार से पूछा है कि दिल्ली के कोरोना मामलों में मरकज वालों का आंकड़ा अलग क्यों लिखा जा रहा है? अल्पसंख्यक आयोग ने केजरीवाल सरकार को पत्र लिखकर इसका जवाब मांगा है. अल्पसंख्यक आयोग ने सवाल उठाए कि आधिकारिक आंकड़ों में मरकज़ के मरीज़ों के लिए अलग कॉलम क्यों रखा गया है?

उन्होंने कहा कि संप्रदाय के आधार पर अलग किए गए कॉलम को जल्द से जल्द हटाया जाए, क्योंकि इस तरह की चीजें ‘इस्लामोफोबिया’ के एजेंडे को बढ़ावा मिल रहा है. पत्र में आगे कहा गया कि इस वजह से देशभर के कई हिस्सों में मुसलमानों पर हमले किये जा रहे हैं. अल्पसंख्यक आयोग ने डब्लूएचओ की रिपोर्ट का भी हवाला दिया. उन्होंने कहा कि कि डब्लूएचओ ने भी विश्व भर की सरकारों से अपील की है कि कोरोना के मरीज़ों के आधार पर राजनीति न की जाए और उन्हें धर्म के आधार पर न बांटा जाए.