BJP के ‘घर से वोट’ कैंपेन पर AAP ने उठाए सवाल, जानें चुनाव आयोग ने क्या दी प्रतिक्रिया?
आम आदमी पार्टी ने भाजपा ने बुजुर्गों के लिए घर से वोट अभियान पर सवाल उठाए थे, जिस पर चुनाव आयोग का रिएक्शन सामने आया है। आइए जानते हैं कि आप ने क्या कहा था और चुनाव आयोग ने क्या कहा है?

Delhi Assembly Elections 2025
Election Commission Respond on AAP Questions: आम आदमी पार्टी द्वारा बुजुर्गों के लिए भाजपा के ‘घर से वोट’ अभियान पर सवाल उठाए गए थे। यह आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद कि भाजपा कार्यकर्ता ‘घर-घर जाकर मतदान’ अभियान के दौरान चुनाव अधिकारियों के साथ बुजुर्गों के घर जा रहे हैं, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जवाब दिया है कि सभी दलों के उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों को चुनाव अधिकारियों के साथ जाने की अनुमति है। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने एक बुजुर्ग महिला का वीडियो शेयर किया, जिसमें वह अपने ‘घर से वोट’ करने के अनुभव के बारे में बता रही है। वीडियो में महिला को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उसके घर आए चुनाव अधिकारियों के साथ भाजपा के सदस्य समेत 5 लोग थे।
AAP ने अभियान को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया
एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए आप ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर दिल्ली के लोगों के वोटिंग अधिकार छीन रही है। भाजपा कार्यकर्ता बुजुर्गों के लिए ‘घर से वोट’ अभियान के दौरान चुनाव अधिकारियों के साथ थे। चुनाव आयोग अब खुले तौर पर भाजपा के साथ है। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। मुख्य चुनाव अधिकारी आर एलिस वाज के कार्यालय ने इस गंभीर आरोप का जवाब देते हुए ‘घर बैठे वोट देने की सुविधा’ पर विस्तृत पोस्ट किया। चुनाव अधिकारी ने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों को उनके घर से ही वोट डालने में मदद करना है। दिल्ली के लिए हमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6447 और दिव्यांग मतदाताओं के लिए 1058 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
चुनाव आयोग ने बताई आगामी चुनाव की प्लानिंग
चुनाव आयोग ने कहा कि आज तक लगभग 1271 वरिष्ठ नागरिकों और 120 दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। एक बार आवेदन स्वीकृत हो जाने पर चुनाव अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों सहित एक मतदान दल आधिकारिक मतदान तिथि पर 5 फरवरी 2025 से पहले मतदाता के निवास का दौरा करेगा। ‘घर से वोट’ करने की प्रक्रिया में बैलेट वोटिंग पद्धति का इस्तेमाल किया जाएगा। टीम मतदाता को बैलेट पेपर उपलब्ध कराएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि मतदान प्रक्रिया गोपनीय और पारदर्शी तरीके से संचालित हो। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। जो मतदाता घर से मतदान की सुविधा का विकल्प चुनेंगे, उन्हें चुनाव के दिन मतदान केंद्रों पर मतदान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
साथ ही, घर से मतदान का यह विकल्प स्वैच्छिक है। यह वास्तव में मतदान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह सुनिश्चित करता है कि वरिष्ठ नागरिक और विकलांग व्यक्ति अधिक आसानी से चुनावी प्रक्रिया में भाग ले सकें।