तावडू, 28 मार्च मार्च महीने के आखिरी सप्ताह में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ
है। गर्मी के चलते लोगों को मई-जून का एहसास होने लगा है।

वहीं मच्छर जनित बीमारियों के चलते अस्पतालों में
भी भीड़ बढ़ने लगी है।

सुबह शाम की हल्की ठंड और दिन में तेज धूप के साथ पड़ने वाली गर्मी में लापरवाही के
चलते अस्पतालों में खांसी, जुकाम व फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है

, जबकि कुछ
मरीजों में जोड़ों के दर्द के साथ हल्के बुखार के भी लक्षण देखने को मिल रहे हैं।

के तापमान में बढ़ोतरी के
चलते मच्छरों का प्रकोप भी चरम पर है।

लोगों की मानें तो अबकी बार मार्च में ही मई-जून की गर्मी का एहसास
हो रहा है। चिकित्सकों की मानें तो अभी तक क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है

, लेकिन
मौसम में बदलाव के चलते कुछ लोगों में उल्टी, दस्त व खांसी की समस्या देखने को मिल रही है।

20 मार्च के
बाद खांसी जुकाम व उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

अभी खेतों में फसल कटाई व
निकालने का कार्य चल रहा है।

फसल निकालने के दौरान उड़ने वाली रिफ्फी व धूल के कारण लोगों में खांसी,
जुकाम व सांस संबंधी समस्या देखने को मिल रही है।

ऐसे में लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर रखें। सूती वस्त्र पहनें
और खानपान का विशेष ध्यान रखें।