हर लड़की की के लिए उसकी सुहागरात खास होती है

वो सपना जो हर लड़की यौवन शुरू होने से पहले देखना शुरू करती है और और उस सपने को हकीकत में सुहागरात में जीती है मैने भी यही सपना देखा था,
मेरी शादी अमित से फिक्स हुई, अमित का अपना व्यापार था और मैं शुरू से ही किसी व्यापारी से शादी करना चाहती थी पता नही क्यों पर ये मेरी दिली ख्वाइश थी
जब रिश्ता आया तो मुझे काफी अच्छा लगा एक साधारण सी पासपोर्ट फोटो भी आई जिसमे दिखने में ठीक लग रहे थे
बात आगे बढ़ती है और सभी मेरे घर आते हैं एक साधारण परिवार से हूं तो सब आने वाले थे तो मेरे मन में बेचैनी होने लगी
लेकिन जैसे ही लोग आए मैने चोर नजर से सबको देखा लेकिन अमित तो कहीं थे ही नहीं
मेरी भाभी ने बोला लग रहा है अमित नही आए हैं घर के लोग ही देखेंगे
मेरा मन उदास था ,
मुझे बुलाया गया जैसे ही चाय लेके अंदर गई मैने देखा दरवाजे के साइड अमित बैठे थे, लेकिन जैसा फोटो में देखा था उससे अलग
फोटो से लाख गुना ज्यादा अच्छे, गोरा और भरा हुआ चेहरा, हल्के लंबे बाल चेहरे पर हल्की दाढ़ी
अब उन्हें देखती मैं कायल हो गईं, लेकिन मन ही मन में एक दर और बैठ गया की क्या ये लड़का मुझे पसंद करेगा
खैर सब जा चुके थे और उनके तरफ से हां थी मैं खुशी के सातवें आसमान में थी
अमित ने मेरी भाभी से मेरा नंबर लेके मुझसे बातें करना शुरू किया
बातों ही बातों में कब प्यार हो गया पता नही चला
अब को काम यौवन भरा शरीर करना चाहता था अमित को देखने के बाद और बातें करने के बात वो अब पहले से 10 गुना ज्यादा बढ़ गया
हमारी शादी हुई मैं और सुहागरात का दिन आया
मैं मन ही मन में बहुत खुश थी, मुझे लगा जिस चीज का सपना इतने दिनो से देखा था आज वो पूरा होने का रहा है
साथ में मन में बेचैनी और घबराहट भी थी
अमित कमरे में आते हैं और मेरी बेचैनी और बढ़ती है
लेकिन कमरे में आके वो बोलते हैं खबरों मत आराम से रहो
हम कुछ देर बात करते हैं शादी में क्या हुआ कौन रिश्तेदार क्या बोला इसी बीच मैं इस बात का इंतजार कर रही थी की कब ये आदमी कुछ शुरुवात करेगा
मन तो कर रहा था की मैं ही पहल कर दूं लेकिन ये भी सोच रही थी की पता नही क्या सोचेंगे मेरे बारे में
उन्होंने बोला देखो किरन, मैं अपने मां बाप का इकलौता लड़का हूं
और मैं आज से तुम्हारा पति भी हूं तुम्हारी पूरी जिम्मेदारी मेरी है
और मेरी पूरी जिमीदारी तुम्हारी है
तुम जो भी बोलोगी मैं वो करूंगा बस तुम कभी मेरे मां बाप के खिलाफ कुछ मत बोलना
मैं तुम्हे वचन देता हूं की नई तुम्हे कभी नही छोडूंगा तुम्हारा साथ दूंगा चाहे जैसी भी परिस्थि हो
लेकिन तुम भी मुझे वचन दो की तुम कभी मुझसे मेरे माता पिता को अलग करने की बात करोगी या उसने अलग रहना चाहोगी
अब मैं सोचने लगी सुहागरात के दिन ये सब बात कौन करता है
लेकिन अभी उनका लेकर शुरू था
उन्होंने आगे कहा
मेरी मां 64 साल की है और इस घर को 45 साल से संभाल रही है तो हो सकता है तुम्हारी कुछ चीज उन्हें पसंद ना आए
तो अगर वो तुम्हे रोकें या टोंके तो बुरा मत मानना
ऐसे ही बात करते करते हम सो गए और हमारे बीच कुछ नही हुआ
अगली सुबह सहेलियों का फोन आने लगा और पूछने लगी बताओ क्या हुआ मैने झूठ बोला सब अच्छा हुआ
ऐसे ही करते करते पूरे एक हफ्ते बीत गए लेकिन मेरे बीच कुछ नही हुआ
जब मैने ये बात भाभी को बताई तो उन्होंने बोला की थोड़ा wait करो
1 हफ्ते बाद हम हनीमून पर गए, लेकिन मैं उदास थी की क्या फायदा होनेमून का जब हमारे बीच होगा नही
कहीं इनका चक्कर किसी और लड़की के साथ तो नही
मैने होटल रूम में जाके उनसे पहले यही सवाल पूछा
और पूछते ही उन्होंने मुझे गले लगाया और बोला ऐसा कुछ नही
और हम साथ में बैठ के नाश्ता किए
उसके बाद एक पति पत्नी के बीच जो संबंध होना चाहिए हमारे बीच भी बना
उन्होंने बताया की ये सब तो हम पहले दिन भी कर सकते थे
लेकिन हम दोनो का एक दूसरे को समझना इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है
कुछ वर्ष बाद ये सब चीजों से मन भर जाएगा और बस रह जाएगा साथ
ये सब बात सुनकर मुझे लगा ये कितना सुलझा हुआ और मेच्योर इंसान है
अच्छा दिखने के साथ अच्छे खयाल मैं बहुत खुश किस्मत हूं की अमित को पाया
और को चीज हमे पहले दिन करना चाहिए था वो अब कर रहे हैं और ये एहसास ज्यादा खूब सूरत है
आज हमारी शादी को 15 साल हो गए हैं पहली रात उनके द्वारा समझाए गई एक एक बात मुझे आज भी याद है क्यों की वो बातें हमारी पहली रात को हुई
आज मुझे समझ में आता है की पहली रात पर शारीरिक संबंध बनाने से महत्वहपूर्ण हैं की हम मानसिक संबंध बनाएं
और इसी कारण से आज मैं अपने परिवार क्या अपने खानदान की सबसे अच्छी बहु हूं
मेरा मानना है अगर शादी के समय हम अपने पति की बात को सुने और समझे तो जिंदगी आसान हो जाती है
क्यों की वो उस घर के हमसे ज्यादा जानते और समझते हैं
क्या आप के साथ भी ऐसा ही हुआ था कमेंट कर के जरूर बताइएगा