जहांगीरपुरी हिंसा: बुल्डोजर एक्शन से पहले कड़ी सुरक्षा, पुलिस ने जहांगीरपुरी को 14 सेक्टर में बांटा
बुलडोजर एक्शन से पहले जहांगीरपुरी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके को 14 सेक्टरों में बांटा है, जहां हर सेक्टर में CAPF की एक कंपनी तैनात की गई है। इसके अलावा हर एक सेक्टर में दिल्ली पुलिस के 50 जवान भी तैनात है।
बुलडोजर एक्शन से पहले जहांगीरपुरी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके को 14 सेक्टरों में बांटा है, जहां हर सेक्टर में CAPF की एक कंपनी तैनात की गई है। इसके अलावा हर एक सेक्टर में दिल्ली पुलिस के 50 जवान भी तैनात है। वहीं केन्द्रीय पैरामिलिट्री के अलावा करीब 1500 से ज़्यादा पुलिसकर्मी हिंसाग्रस्त इलाके जहांगीरपुरी में तैनात किए गए है।
दिल्ली हिंसा के बाद जहांगीरपुरी में आज अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चल सकता है, जिसके लिए जहांगीरपुरी में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई। इलाके में ड्रोन से सख्त निगरानी की जारी है। वहीं छतों पर से सुरक्षाबल इलाके की निगरानी कर रहे है। जहांगीरपुरी के चप्पे पर पैनी नजर रखी जा रही है। दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखकर जहांगीरपुरी में जवानों की तैनाती की मांग की है।
दिल्ली में बुलडोजर कार्रवाई पर AIMIM चीफ ओवैसी ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार समेत दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले को ‘बीजेपी का गरीबों पर जंग का ऐलान बताया है’, वहीं दिल्ली के सीएम अरिविंद केजेरीवाल की भूमिका को संदिग्ध बताया है। औवैसी ने कहा कि बुलडोजर से कार्रवाई का फैसला निराशाजनक है, बीजेपी ने गरीबों के खिलाफ जंग का ऐलान किया है।
ओवैसी ने कहा, ”बीजेपी ने गरीबों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। अतिक्रमण के नाम पर यूपी और एमपी की तरह दिल्ली में भी घर तोड़े जाएंगे, कोई नोटिस नहीं, कोर्ट जाने का मौका नहीं, ये सिर्फ गरीब मुस्लिमों को सजा है।” उन्होंने कहा, ”केजरीवाल को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए, क्या उनकी सरकार का PWD इसमें शामिल है, क्या इस तरह के विश्वासघात और कायरता के लिए जहांगीरपुरी के लोगों ने उन्हें वोट दिया था, उनका लगातार ये कहना कि पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं है, ये नहीं चलेगा।”
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, जहांगीरपुरी हुंसा मामले में 30 फोन नंबरों से मामले की जांच की जाएगी। बताया जा रहा है कि ये 30 फोन नंबर अंसार, सोनू और नाबालिग आरोपी से जुड़े हुए हैं। अब क्राइम ब्रांच की एक टीम हिंसा के आरोपी अंसार, असलम और सोनू के भी घटना वाले दिन की लोकेशन से लेकर कॉल डिटेल रिकॉर्ड को खंगालने में जुटी है। ट्रेकिंग के जरिए क्राइम ब्रांच की टीम अब इस मामले में और बड़े खुलासे कर सकती है।