फरीदाबाद, 28 मार्च  अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेला के विरासत द्वारा तैयार किए गए ‘आपणा घर’
हरियाणवी लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए पर्यटकों के लिए ही नहीं अपितु विदेशी राजदूतों एवं राजनेताओं के
लिए भी आकर्षण का केन्द्र बन चुका है।

विदेश राज्य एवं संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी लेटिन देशों के राजदूतों के
साथ हरियाणा के ‘आपणा घर’ में पहुंची। वहां पर लोक पारंपरिक हरियाणवी तरीके से सभी का स्वागत किया गया।

सभी ने हरियाणवी पगड़ी बंधवाकर खूब सेल्फियां खींची। इसके साथ ही हरियाणा के चौपाल के दृश्य से भी विदेशी
राजदूत अभिभूत हुए बिना नहीं रह सके।

सभी ने हरियाणवी हुक्के के साथ फोटो खिंचवाकर हरियाणवी होने के
प्रमाण देने का प्रयास किया। इसके साथ ही प्रत्येक राजदूत पगड़ी बंधवाने के पश्चात विदेश संस्कृति राज्य मंत्री को
कह रहा था ‘नाऊ आई एम हरियाणवी’।

इस मौके पर सभी ने हरियाणा की लोक सांस्कृतिक परम्पराओं से जुड़ी हुई
पुरानी विषय-वस्तुओं का अवलोकन किया। उन्होंने 500 सालों के जाटों का इतिहास,

हरियाणा के लोक परिधान
घाघर एवं खारा के साथ-साथ खेती-बाड़ी के पुराने औजारों को देखते हुए गहन रूचि दर्शायी। इतना ही नहीं सभी
विदेशी राजदूत हरियाणा के बटेऊ गिलास के कायल हो उठे।

सभी ने बटेऊ गिलास को हाथ में लेकर अनेक फोटो खिंचवाई। इसके साथ ही सभी ने हरियाणा के पुराने बर्तनों के
इतिहास को जाना।

इस मौके पर विरासत हेरिटेज विलेज एवं ‘आपणा घर’ के प्रभारी डॉ. महासिंह पूनिया ने विदेश
संस्कृति राज्य मंत्री एवं विदेशी राजदूतों को हरियाणवी संस्कृति के विविध आयामों से परिचित करवाया।

इस मौके
पर डॉ. महासिंह पूनिया एवं पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम.डी. सिन्हा ने विदेशी एवं संस्कृति मंत्री
को सांझी माता का स्मृति चिह्न विरासत की ओर से भेंट कर उनको सम्मानित किया।

इस मौके पर पर्यटन
विभाग के प्रबंधक निदेशक नीरज कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

बड़ी चौपाल के सामने केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ
किया।

उनके साथ हरियाणा पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक एमडी सिन्हा एवं विभिन्न देशों के राजदूत
ग्वाटेमाला से जियोवानी आर. कैस्टिलो पोलांको, चिली से जुआन अंगुलो मोनसाल्वे,

पेरू से कार्लोस राफेल पोलो
कास्टानेडा, कोस्टा रिका से क्लाउडियो अंसोरेना मोंटेरो,

पनामा से यासील एलाइन्स बुरिलो रिवेरा, डोमिनिकन
गणराज्य से डेविड ई. पुइग बुकेल, जमैका से जेसन हॉल,

कोलम्बिया से मारियाना पाचेको मोंटेस, क्यूबा से
एलेजांद्रो सिमंकास मारिन, अल सल्वाडोर से ग्रेसिया इवोन बोनिला मोरन तथा गुयाना से डा. डायना खान मौजूद
थे।