मेरे भाई की याद्दाश्त खो गई एक्सीडेंट में घायल हैल्पर के परिजनों का छलका दर्द

नई दिल्ली; जाने-माने बिजनेसमैन विकास मालू की 9 करोड़ की रॉल्स रॉयस फैंटम कार से टक्कर से टैंकर चालक और क्लीनर की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि हेल्पर गौतम को गंभीर चोट आई है। वहीं विकास मालू और उनके साथ कार में बैठे दो लोगों को भी चोट लगी है। उनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा है। इस हादसे में घायल हैल्पर गौतम भाटी के भाई दीपू का कहना है कि मेरे भाई की याद्दाश्त चली गई है। वह किसी को पहचान नहीं पा रहा है। उन्होंने पूछा कि गरीब को इंसाफ कौन देगा।

कुलदीप की बच सकती थी जान 

वहीं हादसे वाले टैंकर के पीछे चल रहे दूसरे टैंकर के चालक मुनील यादव ने  से बातचीत में कहा कि मैंने वो भयावह मंजर देखा था। कार स्पीड में थी। विकास मालू के बॉडीगार्ड एक्सीडेंट के बाद फौरन लेकर भाग निकले। चाहते तो चालक कुलदीप की जान बच सकती थी, लेकिन वे तुरंत चले गए। मुनील यादव के मुताबिक, गौतम करीब 15 फीट ऊपर से नीचे गिरा जबकि कुलदीप की सांसें चल रही थीं। उनका वकील भले ही कह रहा है कि टैंकर चालक की गलती थी, लेकिन यह बात गलत है। हमने खुद सब देखा है। सीसीटीवी में भी सब दिख रहा है।

ड्राइवर और क्लीनर की मौत

टैंकर के पलटने से उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर के रहने वाले ड्राइवर रामप्रीत और महाराजीपुर अयोध्या के रहने वाले क्लीनर कुलदीप की मौत हुई। जबकि नूह के उजीना गांव के रहने वाले हैल्पर गौतम कुमार भाटी को गंभीर चोट आईं। गौतम के भाई दीपू सिंह भाटी और पिता शिव चरण के मुताबिक गौतम के सिर, हाथ, जांघ में चोट लगने की वजह से वह परिवार के किसी सदस्य को पहचान नहीं पा रहा है। गंभीर रूप से घायल गौतम के भाई मजदूरी करते हैं। पिता पैरालाइज हैं। इनके घर में गौतम ही कमाने वाला है। परिवार के मुताबिक, पुलिस ने कोई बयान नहीं लिया। हम कर्ज लेकर भाई का इलाज करा रहे हैं। किसी ने भी मुआवजा की बात नहीं की और कंपनी की तरफ से भी कोई सामने नहीं आया।

14 गाड़ियों का काफिला भी था साथ 

रॉल्स रॉयस में सवार कुबेर ग्रुप के मालिक विकास मालू, महिला मित्र दिव्या और ड्राइवर तसबीर गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा है। बता दें कि घटना 22 अगस्त की सुबह साढ़े 11 बजे की है। जानकारी के अनुसार, मुंबई एक्सप्रेस-वे से तेज रफ्तार कार हिलालपपुर टोल नाके से दनदनाती हुई बिना टोल दिए हुए गुजरी। इनकी कार के साथ कुल 14 गाड़ियों का काफिला भी बिना टोल दिए हुए गुजरा। वहां से करीब 28 किलोमीटर दूर उमरी गांव के पास हाइवे पर जब टैंकर के चालक ने यू-टर्न लिया, उसी दौरान विकास मालू की तेज रफ्तार कार ने टैंकर के सामने के टायर के हिस्से में इतनी तेज टक्कर मारी कि टैंकर पलट गया। जबकि रॉल्स रॉयस कार में आग लग गई। पीछे से आते इनके काफिले की कारों में सवार लोगों ने मालू समेत 2 अन्य को फौरन बाहर निकला और उन्हें लेकर चलते बने।

कई सवाल हो गए खड़े

वहीं FIR के मुताबिक, मुनील यादव इसी डीजल टैंकर कंपनी की दूसरी कार के पीछे थे। उसने फौरन हाइवे पर मदद मांगी। टैंकर में सवार लोगों को जैसे-तैसे बाहर निकाला। फिर एंबुलेंस- पुलिस आई और अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। सवाल ये कि मालू के काफिले में सवार लोगों ने समय रहते चालक क्लीनर हैल्पर को बाहर निकाल कर अस्पताल तक क्यों नहीं पहुंचाया? गाड़ी की रफ्तार 200 से ज्यादा की स्पीड थी, जोकि नियम के मुताबिक कानूनन अपराध है।

वहीं ये भी बात सामने आई है कि पास के सीसीटीवी फुटेज खराब गए। दूर के फुटेज में भी घटना पूरी तरह साफ नहीं दिखी। क्या सीसीटीवी से कोई छेड़खानी की गई? मृतकों के परिजनों के मुताबिक पुलिस ने मालू के खिलाफ एफआईआर नामजद नहीं की। पुलिस ने पीड़ित गौतम का न बयान लिया, न पूछताछ करने गई।

डिस्चार्ज होते ही पूछताछ में होना होगा शामिल 

इस मामले में पुलिस ने एफआईआर IPC-279/337/304A के तहत दर्ज हुई है। पुलिस ने नोटिस में विकास मालू से कहा है कि वह अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज होते ही पूछताछ में शामिल हों। विकास मालू के वकील आरके ठाकुर के मुताबिक रॉल्स रॉयस फैंटम कार को कोई और चला रहा था। वकील का कहना था कि विकास मालू ठीक से चल नहीं सकते हैं तो वह कार कैसे चला सकते हैं।