कॉलेज खत्म होने के बाद मेरे पिता मेरे लिए रिश्ता तो ढूंढ रहे थे

लेकिन मैं अभी आगे और पढ़ना चाहती थी मैं घर पर इस बार में बात करने की कोशिश की तो पापा ने कहा शादी ही की जा रही है अगर तुम आगे पढ़ना चाहती हो तो शादी के बाद भी पढ़ सकती हो लेकिन एक बार अगर उम्र निकल गई तो अच्छे लड़के नहींमिलेंगे
अनीश का रिश्ता मेरे घर आया दिखने में काफी हैंडसम थे परिवार भी काफी संपन्न था जब मेरे पापा ने अनीश की फोटो मुझे दिखाई तो मुझे यह कोई खास नहीं लगे थे पर जब बात सामने से हुई तो अनीश के प्रति मेरा रवैया बदल गया
अनीश के घर से कई लोग आए थे और मेरे घर से सिर्फ मेरा परिवार था इस दौरान हम लोगों ने एक दूसरे को दिखा और देख करके ही पसंद कर लिया हमें मौका ही नहीं मिला कि हम दोनों एक दूसरे से कुछ बात कर सके
कुछ समय बाद हिम्मत जुटा करके मैंने अपनी भाभी से यह बात रखी की शादी से पहले मैं चाहती हूं कि मैं अनीश से कुछ बातें कर लूं
जब भाभी ने इस बात को भैया के सामने रखा तो भैया ने उन्हें तुरंत बोल क्या मैं भी कभी शादी से पहले तुमसे बात की थी जिसे करने की जल्दी है भाभी ने उन्हें समझाया कि आज जमाना बदल चुका है तो अगर वह बात करना चाहती है तो उसमें कोई बुरी बात नहीं है हर लड़की चाहती है कि उसे अच्छा पति मिले जो उसे समझ
भैया भाभी की बात को मान जाते हैं और यह बात पापा के सामने रखते हैं पर आप सोच सकते हैं जिस घर में भाई ही नहीं तैयार है उसे घर में आप कैसे तैयार हो सकता है
से बात भैया ने पापा को बताइए और बोला कि पापा आपका जमाना कुछ होता है आज का जमाना कुछ और है
जब मेरे पापा ने यह बात अनीश के पापा के सामने रखें तो उनका रवैया बदल गया और वह गुस्से में आ गए उन्होंने बोला
क्या हम आपको गैर जिम्मेदार लगते हैं या हमारे संस्कार में आपको कुछ कमी लगती है जो आप ऐसी बातें कर रहे हैं हमारे यहां शादी से पहले लड़का लड़की बात नहीं करते
यदि आपको लगता है कि हमारी सोच खराब है तो आप यहां से रिश्ता तोड़ सकते हैं
उनकी यह बातें सुनकर मेरे पापा डर गए उन्हें डर था की शादी फिक्स हो चुकी है अगर अब टूटती है तो समाज और बिरादरी में काफी बदनामी होगी
जिसके डर की वजह से उन्होंने मुझे समझाया कि यह चीज अभी मुमकिन नहीं है
हमारी शादी होती है और सुहागरात वाले दिन हमेशा आते हैं एक नैना मिले शादीशुदा जोड़ों की तरह हमारे बीच में भी वह सब कुछ होता है जिसकी चाहत एक लड़की को होती है
लेकिन शादी के दूसरे और तीसरे दिन है अनीश मुझे बोलते हैं कि मेरा छोटा भाई भी तुम्हारे साथ संबंध बनाना चाहता है
जिसे सुनकर मैं इस शब्द रह गई और मैंने बोला आपको शर्म नहीं आती अपनी पत्नी के बारे में ऐसी बातें करते हुए
इस पर अनीश ने मुझे बोला तो इसमें गलत क्या है मैं भी अपनी भाभी के साथ संबंध बनाए हैं आखिर हम सब एक ही परिवार के हिस्सा है
यह सुनने के बाद मेरे पांव के नीचे से जमीन खिसक गई और मैं सच में पड़ गई कि आखिर मेरी शादी कैसे घर में हो गई है
शादी के 10 दिन बाद मेरे ससुर मुझे गलत तरीके से छूते हैं यह मेरे लिए किसी सदमे से कम नहीं था जब मैं अनीश के सामने इस बात को रखा तो अनीश ने बोला पापा का भी हक है तुम्हारे ऊपर
जिसे सुनने के बाद मैं अंदर से हिल गई
मैंने अनिल से बोला यह क्या तरीका है आपके घर में एक लड़की का इज्जत मां और सम्मान आप लोगों के लिए कुछ भी मायने नहीं रखना आप क्या चाहते हैं मैं आपके साथ भी सॉन्ग आपके भाई के साथ भी सॉन्ग और आपके पापा के साथ मैंने अनिल से बोला यह क्या तरीका है आपके घर में एक लड़की का इज्जत मां और सम्मान आप लोगों के लिए कुछ भी मायने नहीं रखता है आप चाहते हैं कि मैं आपके साथ भी संबंध बनाऊं आपके भाई के साथ भी संबंध बना और आपके पिता के साथ भी संबंध बना यह कैसा घर है आपका
स्तब्ध होकर कि मैं अपनी सास के पास जाती हूं और अपनी जेठानी के पासजाती हूं जब मैं उनसे यह बात बोली तो उन्होंने बोला जैसा तुम्हारा पति का रहा है वैसाकरो
इसके बाद मुझे भाभी ने बताया कि यह परिवार पारिवारिक संबंध में भरोसा करता है जिसमें कोई भी किसी के साथ भी संबंध बन सकता है
इसे सुनने के बाद में अंदर से सहन गई थी कि किसी परिवार में ऐसा कैसे हो सकता है जब मैं अनीश से इस बारे में बात की कि आप लोगों ने पहले मुझे क्यों नहीं बताया तो उसे पर उन्होंनेकहा
यह भी कोई बताने की चीज है हर घर के अपने कुछ रीति रिवाज होते हैं और हमारे घर के रीति रिवाज यही है
और हमें यह बताने के लिए मौका ही नहीं मिला अगर शादी होने से पहले तुम मुझसे पहले बात की होती तो शायद मैं तुम्हें इस बारे में बता सकता था पर हमारे तुम्हारे बीच कोई बात ही नहीं हुई थी
इस पर मैंने बोला कि मेरे पिता ने आपके सामने पेशकश रखी थी पर आपके पिताजी ने मना कर दिया था
अनीश ने बोला कारण कुछ भी हो मानना तुम्हें पड़ेगा क्योंकि अब तुम इस घर की बहू और हमारी परंपरा को आगेले घर की बहू और हमारी परंपरा मानना तुम्हें पड़ेगा
इसे सुनने के बाद मैंने अपने पिता को फोन किया और उनसे बोला कि मुझे इस घर में नहीं रहना है मेरे पापा बोलते हैं शादी हुई अभी एक महीना भी नहीं हुआ और तुम ऐसी बातें कर रही हो एडजेस्ट होने में थोड़ा समय लगता है
मैंने उन्हें बताया कि अगर एक पल में और यहां रुकती हूं तो फिर मुझे मेरी जान देनी पड़ेगी इस पर मेरे पापा का घबराते हैं और मेरे भाई से मेरी बात करवाते हैं
मुझे पता था अगर मैं अपने भाई अपने पिता के सामने कोई भी बात रखेगी तो मेरा यकीन कोई नहीं करेगा इसलिए मैंने अपने पिता और अपने भाई को बोला कि आप सीधे मेरे घर बताइए नहीं तो इन लोगों को मेरे ऊपरशक होगा
इसके बाद मेरी भाभी ने कमान संभाली और मेरे ससुराल में फोन करके मुझे बोला कि आप 2 से 3 घंटा के लिए अमित को घर भेज दीजिए क्योंकि मेरी सास की तबीयत सही नहीं है और वह अमित को काफी याद कर रही है
पहले तो घर वालों ने मना कर दिया लेकिन दो-तीन बार बात करने के बाद वह तैयार हो गए पर इस शर्त पर कि उनके साथ अनीश भी जाएंगे
मेरी भाभी ने बोला कोई दिक्कत नहीं है आप सब भी आ जाइए और तबियत देख सकते हैं जिसे सुनने के बाद उन लोगों को शायद यह यकीन हो गया कि मेरी मां की तबीयत सच में खराब है और उन्होंने बोला कि ठीक है आप अपने पति को भेज दीजिए यानी कि मेरे बड़े भाई को भेज दीजिए ताकि मैं अपने घर जा सकूं
मेरे भाई आते हैं मुझे ले जाने के लिए और मैं उनके साथ तैयार होकर जाने लगती हूं उसी के साथ मेरी सास और मेरे ससुर मुझे सख्त हिदायत देते हैं कि चाहे जो भी हो तुम्हें दो से तीन घंटे में यहां आना है और हमारे घर की कोई भी बात तुम्हें किसी से शेयर नहीं करनीहै
उनके मुंह पर मैंने बोला हां ठीक है मैं ऐसा ही करूंगी लेकिन जब मैं घर जाती हूं तो अपने पापा को बोलता हूं कि वह घर हमारे लायक नहीं है
उसे घर में इतनी घिरनी हरकत होती थी कि उसे समय मुझे अपने पिता के सामने उन चीजों को बताने में भी शर्म आ रही थी
मैं किसी को कुछ बताया नहीं और सिर्फ रोती रही क्योंकि मेरी जिंदगी खराब हो चुकी थी हिम्मत जुटा करके मैंने अपनी भाभी को सारी बात बताई
कि वह घर ऐसा घर है जहां पर मेरे पति मुझे ससुर से और देवर से संबंध बनाने को बोलते हैं उनका कहना है कि यह उनके घर की परंपरा है और वह लोग पारिवारिक संबंध स्थापित करने में यकीन रखतेहैं
जिसे सुनने के बाद मेरी भाभी भी मेरी तरह ही दुखी हो गई और उन्होंने यह सारी बात अपने भाई को बताई
यह ऐसी व्यवस्था थी किसके बारे में कोई भी सुनता तो उसे कभी यकीन नहीं होता था मजबूरन मेरे भाई को भी कोई यकीन नहीं हुआ उन्होंने बोला ऐसी कोई प्रथम होती ही नहींहै
फिर मेरी भाभी ने बताया कि सच में ऐसी होते हैं और बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन चीजों को फॉलो भी करते हैं
शाम को जब मेरे ससुर का फोन आता है तो मैं उन्हें साफ मना कर देता हूं कि ऐसे घर में जहां पर एक ही औरतों के साथ अलग-अलग मर्द संबंध बनाते हो मुझे ऐसे घर में नहीं रहनाहै
इस पर वह मुझे पुलिस की धमकी देते हैं और मेरे भाई मेरा फोन लेकर के उल्टा होने धमकी देते हैं
आज जिस चीज को होगी 4 साल का समय बीत चुका है मेरी जिंदगी खराब होने के पीछे सिर्फ और सिर्फ एक कारण था और वह था शादी से पहले बात न करने देना
शादी कैसी स्थिति होती है जिसमें आप किसी अनजान शख्स के साथ अपनी पूरी जिंदगी बिताते हैं और अब यह पुराने जमाने जैसी बात नहीं रही इसलिए यह बहुत ज्यादा जरूरी है कि आपकी शादी जिससे भी फिक्स हो रही है शादी को फिक्स करने से पहले काम से कम एक महीने तक आप लोग बातकीजिए
लड़कों के केस का तो मुझे नहीं पता पर एक लड़की के लिए यह काफी ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि वह अपने घर को छोड़कर के किसी नए घर में जा रहीहोती है
लेकिन यही लड़की अगर फोन पर बात करने की बात कर दे तो लोग उसे कैरक्टरलेस समझते हैं
मेरी भाभी ने मेरी जिंदगी बचाई जहां पर मेरी कोई भी गलती नहीं थी पर आज भी मेरे ऊपर तलाकशुदा का ठप्पा लगा हुआ है जिसमें मेरी कोई गलती नहीं है
गलती है तो इस समाज की जिसने ऐसी प्रथा बनाई की शादी से पहले फोन पर बात करना भी बहुत सारे लोगों के लिए काफी बड़ी बात हो जाती है
आज के समय में चाहे लड़की हो या लड़का मैं सबसे यही गुजारिश करती हूं आप अगर शादी के लिए लड़की देख रहे हैं या लड़का देख रहे हैं आप कुछ करिए या ना करिए कुंडली मिलिया ना या ना मिलिया पर आप लोग फोन पर बात जरूरकीजिए
और दोनों लोग इस तरीके से बात कीजिए जिसमें कोई भी चीज छिपी ना हो अगर सामने वाला इंसान आपको आपकी स्थिति के अनुसार ही अपने को तैयार है तो इससे अच्छा और सुखद अनुभव आपके लिए कुछ भी नहीं हो सकता