इंडिया सावधान न्यूज़
खटीमा। उधमसिंह नगर जिले की खटीमा पुलिस ने अकील अहमद आत्महत्या प्रकरण में बड़ी कार्रवाई की है। खटीमा कोतवाली पुलिस ने ब्याज के रूपयों की वसूली से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले इस्लामनगर निवासी मोटर
साइकिल मैकेनिक मृतक अकील अहमद की पत्नी मेराज की तहरीर पर खटीमा क्षेत्र के पांच सूदखोरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच में सामने आए अन्य नामों पर भी कार्यवाही की बात कही जा रही है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि बीती चार जुलाई को खटीमा के इस्लामनगर निवासी मोटर साइकिल मैकेनिक अकील अहमद ने सूदखोरों के आतंक से परेशान होकर फांसी लगा आत्महत्या कर ली थी। साथ ही आत्महत्या से
पहले वीडियो बना सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या किए जाने की बात कही थी। वहीं अकील अहमद की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी मेराज ने कुछ सूदखोरों के खिलाफ उसके पति को ब्याज के पैसे की वसूली के लिए परेशान कर
आत्महत्या के लिए मजबूर करने की रिपोर्ट लिखाई थी। उक्त प्रकरण की जांच खटीमा कोतवाली के बाहर चौकी इंचार्ज होशियार सिंह को दी गई थी।
एसआई होशियार सिंह के द्वारा उक्त प्रकरण में मृतक की हिसाब डायरी व बैंक स्टेटमेंट डिटेल की गहन छानबीन व पूछताछ के आधार पर उक्त घटना के नामजद आरोपी विमल सोनकर, मोहम्मद वहीद, चंद्र बहादुर चंद उर्फ नीरज चंद,
हाफिज मोहम्मद अकील व हरीश सिंह के खिलाफ धारा 306आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया है। जांच में इन सूदखोरों द्वारा ब्याज के पैसे के लिए मृतक के उत्पीड़न का मामला सामने आया है। इसके साथ ही खटीमा
क्षेत्र में ब्याज का अनैतिक कार्य कर रहे अन्य लोगो को भी पुलिस द्वारा चिन्हित किया जा रहा है उनके खिलाफ भी निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।
बताते चलें कि यहां सूदखोरों ने अपना आतंक फैला रखा है जो शुरुआत में तो छोटे मोटे कारोबारियों को अपनी लोकलुभावन बातों में फंसा कर उन्हें मोटे ब्याज पर पैसा देते हैं और बाद में उगाही के वक्त ब्याज पर पैसा लेने वाले का
जमकर उत्पीड़न करते हैं जिसके चलते सूदखोरों के आतंक और उत्पीड़न से परेशान लोग आत्महत्या तक करने को
मजबूर हो जाते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पुलिस प्रशासन को अवैध रूप से सूदखोरी का धंधा करने वाले लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही करनी चाहिए।