अयोध्या, 02 मार्च अयोध्या में पीडब्ल्यूडी ने चुनाव की दृष्टि से बड़ा खेला कर दिया। जिलाधिकारी के
आवास पर भगवा रंग में लगा जिलाधिकारी आवास का संकेत देने वाला बोर्ड अचानक हरा कर दिया गया।

बोर्ड का
रंग बदलते देर नहीं हुई कि सरकार बदलने का संकेत मानते हुए सोशल मीडिया पर यह मामला फोटो सहित छा
गया तो प्रशासन के कान खड़े हो गए।

अब जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अफसरों को फटकार लगाई है। बोर्ड का
रंग अभी भी नहीं बदला गया है।

दरअसल सिविल लाइंस में स्थित जिलाधिकारी के मूल आवास को अब तोड़ दिया
गया है। लगभग चार महीने पूर्व जिलाधिकारी का आवास बस स्टेशन के सामने स्थित पीडब्ल्यूडी का डाक बंगला
बना दिया गया।

तत्कालीन जिलाधिकारी अनुज कुमार झा का आवास जब यहां शिफ्ट हुआ तो जिलाधिकारी के
आवास का बोर्ड भगवा रंग का बनाया गया। ऐन दीपोत्सव के समय अनुज झा को यहां से हटाकर बरेली से नितीश
कुमार को भेजा गया।

दरअसल, जिलाधिकारी के आवास का यह बोर्ड कल तक भगवा ही था। बुधवार दोपहर पूर्व
अचानक बोर्ड और उसका रंग बदलते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

तमाम डिजिटल समाचारों के
प्लेटफार्म पर यह खबरें चलने लगीं। इस बीच भाजपा के लोगों का मानना है कि जिस तरह से यह मामला वायरल
हुआ है इससे आगे के दो चरणों में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

वहीं समाजवादी पार्टी के खेमे में इसे
लेकर खुद की सरकार आने के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्टें डाली जा रही हैं।

फिलहाल समाचार लिखे जाने तक
जिलाधिकारी के इस अस्थायी आवास पर बोर्ड हरे रंग का ही है, जबकि सिविल लाइंस स्थित स्थायी आवास जो
तोड़ दिया गया है वहां पर लगा बोर्ड आज भी भगवा है।

जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि बोर्ड बदल दिया
गया। यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं था।

दरअसल पूर्व जिलाधिकारी के समय ही आवास पीडब्ल्यूडी के डाक
बंगले में शिफ्ट हुआ।

जिलाधिकारी का कहना है कि सोशल मीडिया के जरिए जब यह मामला उनके संज्ञान में
आया तो पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदार अधिकारियों से पूछताछ की तो उन्हें बताया गया कि पीडब्ल्यूडी के सारे बोर्ड
जिस रंग में उसी रंग में यह बोर्ड भी कर दिया गया है।

इसके पीछे और कोई मंशा नहीं है। जिलाधिकारी का कहना
है कि बोर्ड लगाने और उसके रखरखाव का काम पीडब्ल्यूडी का है।

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