मेरा यह विचार शायद कुछ बहनों को उचित न लगे, लेकिन हमेशा की तरह आज फिर कहूँगा

कि, जीवन मे कभी किसी लड़के/पुरुष को बेवजह, अकारण या छल (कॉल रिकार्डिंग/स्क्रीन शॉट) या किसी भी तरह से उसका जीवन बर्बाद करने का विचार मन में आये तो उसी समय अपने पिता और भाई को अवश्य याद करियेगा, शायद आपके विचार बदल जाये और आपकी वजह से किसी की जिंदगी बर्बाद होने से बच जाए |
सच कहूँ तो ऐसे मामलों में जब ताली बजती है तो निश्चित रूप से दो हाथो से बजी बजती है | अगर गलती हुई है तो निश्चित रूप से दोनो से हुई है फिर कसूरवार कोई एक क्यों ?
सजा किसी एक को ही क्यों ?
समझने की बात है,
अगर आपको यह एहसास है कि आपकी गलती से किसी का जीवन बर्बाद हो सकता है तो उस रिश्ते को या उस साथ को वही पर छोड़ वापस लौट जाईये या आपको लगता है कि इस रिश्ते का अंत सिर्फ नाश है तो भी समय रहते रास्ता मोड़ लीजिये |
वरना यह आपका किया हुआ कुछ समय बाद लौट कर पुनः कही न कही आपसे टकराएगा और निश्चित रूप से आप उस समय भुक्तभोगी होंगे |
यही विचार मेरे भाईयो/लड़को/पुरुषों के लिए भी |